भारत सरकार/केंद्र सरकार ने नई पेंशन स्कीम का ऐलान किया है. इस स्कीम को नेशनल पेंशन स्कीम के विकल्प के रूप में पेश किया गया है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसके बारे में आज जानकारी दी.
रिटायरमेंट के बाद की आर्थिक सुरक्षा के लिए भारत सरकार अब एक नई पेंशन स्कीम लेकर आई है. इस पेंशन स्कीम का नाम यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) है. पहले पुरानी पेंशन योजना (OPS) चलती थी, जिसे सरकार ने बंद किया और नई पेंशन योजना (NPS) लेकर आई. इसका काफी लम्बे समय से विरोध हो रहा था और लोग ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग कर रहे थे. मगर सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम तो नहीं लाई, लेकिन एक नई यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) जरूर लॉन्च कर दी.
UPS Scheme 01 April 2025 से लागू होगी।
पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बात करें तो यह योजना पहले से ही सरकारी कर्मचारियों के बीच लोकप्रिय थी, क्योंकि यह अंतिम वेतन के आधार पर सुनिश्चित पेंशन प्रदान करती थी. इस योजना को बदलकर नई पेंशन योजना (NPS) लाई गई, जो 2004 के बाद शामिल हुए कर्मचारियों के लिए अनिवार्य हो गई. NPS में पेंशन की गारंटी नहीं होती, बल्कि इसमें कर्मचारी और नियोक्ता के योगदान से एक कोष बनता है, जिससे रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिलती है. हालांकि, इसमें निवेश के जरिए लाभ की संभावना होती है, लेकिन पेंशन राशि निश्चित नहीं होती.
क्या NPS को UPS किया जाएगा।
जी हां यदि कर्मचारी स्वच्छा से NPS में ही रहना चाहता है तो वह NPS में रह सकता है यदि वह UPS में आना चाहता है तो उसे UPS में आने का ऑप्शन दिया जायेगा।
कर्मचारी को कितना पेंशन दिया जायेगा।
यदि कोई कर्मचारी 25 साल सेवा पूरी करता है तो उसे अंतिम साल का 12 महीने का एवरेज बेसिक का 50% पेंशन दी जाएगी। यदि इससे कम समय तक सर्विस करता है और कम से कम 10 साल तक तो उसे मिनिमम 10000 पेंशन दी जाएगी।